अनुच्छेद लेखन क्या है? (Anuchchhed Lekhan Kya Hai)
अनुच्छेद लेखन क्या है? (Anuchchhed Lekhan Kya Hai)
What is Article Writing?: हिंदी में किसी भी तरह की महत्वपूर्ण बातों को कम शब्दों में लिखने के लिए बुद्धि और कौशल के साथ-साथ उसके लिखने का तरीका आना भी काफी महत्वपूर्ण होता है। भाव पल्लवन अनुच्छेद लिखना भी उसी तरह की एक कला है। अनुच्छेद लेखन में किसी एक भव्य विचार को लिखकर आप समग्र बात का सार एक ही शब्द में निकाल सकते हैं। वही निबंध में अलग-अलग अनुच्छेदों (Anuchchhed) में लगभग को देखते करते हुए अनुच्छेद लेखन की प्रक्रिया को सफल बनाया जा सकता है।
अनुच्छेद (Anuchchhed) लेखन क्या है?
अनुच्छेद (Anuchchhed) अपने आप में एक कोशल और लेखन कला है। इसके शब्द काफी सार्थक होते हैं। बस आपका प्रयास यही होना चाहिए की, एक ही वाक्य में अनावश्यक शब्दों का प्रयोग ना हो ऐसे ही अनुच्छेद लेखन कहा जाता है। अनुच्छेद एक प्रकार की संक्षिप्त लेखन शैली है, जिसमें मुख्य विषय पर ही ध्यान केंद्रित करके उनके शब्दों को शामिल किया जाता है। अनुच्छेद में उदाहरण अथवा दृष्टांत के लिए कोई स्थान नहीं है। आवश्यकता होने पर उसकी संकेत पर ही कार्य लिया जाता है।
हर शब्द में इस बात पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है, कि शब्द का प्रथम और अंतिम वाक्य अर्थ गर्भित होना आवश्यक है। प्रथम वाक्य की विशिष्टता ही अनुच्छेद के संबंध में पाठक का कोतवाल जागृत करने में मदद करती है। अंतिम वाक्य की विशिष्ट अतिथि तथ्य पर भी निर्भर करती है कि, पाठक की जिज्ञासा किस सीमा तक शांत हुई है, इसलिए इन सभी बातों का ध्यान रखकर ही अनुच्छेद लेखन का कार्य किया जाता।
अनुच्छेद लिखते समय इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए :
अनुच्छेद (Anuchchhed) शब्द को सरल भाषा में समझे तो इसे अंग्रेजी भाषा के पैराग्राफ सदस्य दिया गया है। अनुच्छेद निबंध का संक्षिप्त रूप भी होता है, इसमें किसी विषय या किसी भी एक पक्ष के ऊपर 100 से 80 शब्दों में अपने विचार व्यक्त किए जाते हैं, इसमें हर अनुच्छेद में हर वाक्य मूल विषय से जुड़ा रहता है। अनावश्यक विस्तार के लिए इसमें किसी तरह की कोई शब्द उपयोग नहीं किए जाते हैं।
- लिखने से पहले रूपरेखा, संकेत-बिंदु आदि बनानी चाहिए।
- इसमें किसी एक ही पक्ष का वर्णन करें।
- इसकी भाषा सरल, स्पष्ट होनी चाहिए।
- एक ही बात को बार-बार न दोहराएँ।
- उपयुक्त शब्द-सीमा का ध्यान रखे
- पुरे अनुच्छेद में एकरूपता होनी चाहिए।
अनुच्छेदों को मख्य रूप (Types Of Anuchchhed)
अनुच्छेदों को मख्य रूप से चार भागों में बांटा गया है, जेसे की –
- विचार प्रधान अनुच्छेद
- वर्णन प्रधान अनुच्छेद
- भाव प्रधान अनुच्छेद
- कल्पना पर आधारित अनुच्छेद
अनुच्छेद के उदाहरण (Example Of Anuchchhe)
उदाहरण – 1
”काल करै सो आज कर, आज करै सो अब।
पल में परलै होइगी, बहुरि करेगा कब।।”
उदाहरण – 2
”करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।
रसरि आवत जात तें, सिल पर परत निसान।।”
उदाहरण – 3
‘कौए की कर्कश आवाज और कोयल की मधुर वाणी सुन।
सभी जान जाते हैं, दोनों के गुण।।”
अनुच्छेद का कार्य
अनुच्छेद अपने आप में एक स्वतंत्र और पुणे वाक्य होते हैं। अनुच्छेद का मुख्य विचार या भाव की कुंजी या तो आरंभ में रहती है, या फिर उसके अंत में होती है उसी से इसका सारगर्भित किया जाता है। उच्च कोटि के अनुच्छेद लेखन में मुख्य विचार अंत में दिया जाता है, इसीलिए इस तरह क्या अनुच्छेद में वाक्य समूह में उद्देश्य की एकता रहती है अप्रासंगिक बातों को इसमें से हटा दिया जाता है। अनुच्छेद सामान्यता काफी छोटा होता है, किंतु इसके लिए होता और इसका विस्तार विषय वस्तु पर निर्भर करता है। अनुच्छेद की भाषा सरल और स्पष्ट रहनी चाहिए वही अनुच्छेद सबसे अच्छा कार्य करता है।