श्री दुर्गासप्तशती पाठ | Durga Saptashati Path PDF in Hindi
दुर्गा सप्तशती (Durga Saptasati Pdf)
Durga Saptashati: हिंदू धर्म में नौ माताओं का काफी महत्व माना जाता है, वहीं नवरात्रि के दिनों में 9 दिनों तक मां की आराधना की जाती है। वही मां दुर्गा की आराधना और उपासना में इस दौरान विधिवत रूप से होती है, मां भगवती दुर्गा की आराधना और प्रार्थना के लिए ही लोग नवरात्रि के समय और पूरे साल दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं। आपको बता दें कि, दुर्गा सप्तशती एक ग्रंथ है जिसमें अनेक भक्तों ने मां की भगवती को खुश करके अपने मनोरथ सिद्ध किए हैं।
दुर्गा सप्तशती (Durga Saptasati) महत्व
दुर्गा सप्तशती (Durga Saptasati) का काफी बड़ा महत्व होता है यह इसका रोजाना पाठ करने से समस्त मनोकामनाएं पूरी होती है वही भगवती की कृपा और मुक्ति भी तहजीब मिल जाती है इसलिए प्रत्येक श्रद्धालु चाहे वो किसी भी देश विदेश और संप्रदाय से क्यों ना हो दुर्गा सप्तशती का आवश्यक ग्रहण कर सकता है और उसकी पूजा अर्चना करके शुभ फल की प्राप्ति कर सकता है
दुर्गा सप्तशती का पाठ कैसे करें
अधिकतर भक्तों के मन में यह सवाल होता है कि, दुर्गा सप्तशती का पाठ अंडा कैसे किया जाए। आपको बता दें कि इस फल की शुभ प्राप्ति के लिए इसका पाठ नवरात्रि के दिनों में काफी शुभ माना जाता है। लेकिन मां दुर्गा की आराधना के लिए कभी भी आप श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं। इसके लिए आपको नित्य पूजा कर्म करके माताजी का ध्यान करके ही इसका पाठ करना चाहिए। विधि पूर्वक पाठ करने से मां भगवती सभी मनोकामनाएं सिद्ध करती है।
दुर्गा सप्तशती (Durga Saptasati Pdf) Download
मां दुर्गा सप्तशती पाठ करने का मुख्य उद्देश्य यही होता है कि, यह माता भक्तों को असीम शक्ति प्रदान करती है और उसके सभी पापों को हर लेती है। इसके साथ ही जो व्यक्ति ज्यादा दरिद्र और दुखी है उसके दुखों का विनाश करने वाली, इसलिए मां भगवती की उपासना अवश्य करनी चाहिए इससे घर में सुख संपत्ति और धन दौलत और ऐश्वर्य मिलता है।
दुर्गा सप्तशती के पाठ को कितने दिनों में खत्म करना चाहिए
यदि आप दुर्गा सप्तशती का पाठ कर रहे हैं तो, यह ध्यान रहे कि आप इसे 1 दिन में पूरा समाप्त कर दें और इन 13 अध्याय यानी कि, तीनों चरित्रों का पार्ट है यदि नहीं कर पाते ही तो आप इसे 7 दिन में अवश्य खत्म करें और इस तरह से आपको प्रथम दिन प्रथम अध्याय शुरू करना चाहिए। दूसरे दिन 2 पाठ तृतीय दिन 3 अध्याय करना चाहिए। इस तरह से आप लगातार इसे 7 दिनों तक करेंगे तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी।
दुर्गा सप्तशती का कौन सा अध्याय पढ़ना चाहिए?
कम समय में दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण लाभ लेने के लिए सबसे पहले कवच, कीलक व अर्गला स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। इसके बाद कुंजिका स्त्रोत का पाठ कर लें। ऐसा करने से दुर्गा सप्तशती के संपूर्ण पाठ का फल प्राप्त हो जाता है।