नशा मुक्ति पर निबंध (Essay) कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का कारण बनता है, नशा
नशा मुक्ति पर निबंध (Essay) कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का कारण बनता है, नशा
Essay on Drug Addiction: आज के समय कई लोग ऐसे की गिरफ्त में आज चुके हैं और भारत में इस समय युवा की संख्या नशे में दिन प्रतिदिन बढती जा रही है। खासकर युवा वर्ग नशे की ग्रस्त में काफी ज्यादा चुका है, इससे किलक से आज कहीं लोगों के घर भी बर्बाद हो चुके, वही लाखो लोग अपने जीवन से हाथ धो बैठते हैं.
नशे की लत
नशे की लत सभी लोग जानते हैं कि, नशे की लत काफी बुरी है, उसके बावजूद भी कहीं लोग नशे की लत शिकार हो जाते हैं पर लोग इसे छोड़ना चाहते हैं, लेकिन मैं छोड़ नहीं पाते हैं निश्चित की उन्नत हो जाती है बॉस ना मिले तब तक वह बेचैन ही रहता है और आसमान रहता है, जब वह चीज उसे मिल जाए तो वह सामान होने लगता है सर से उसकी नशा ही कमजोरी बन जाती है।
नशे की लत के लगने के कई कारण हो सकते हैं इसमें कुछ हम आपको नीचे बता रही हे, जीसकी वजह से भी नाश की लत लग जाती है।
- यदि परिवार में कोई भी एक सदस्य नशा करता है, तो इसका प्रभाव परिवार के दूसरे सदस्यों पर पड़ता है, खासकर बच्चों में भी नशे की लत की आशंका होती है।
- यदि पैरंट्स को लत है, तो बच्चों में ऐसे जीन्स होते हैं, जो उन्हें भी उस नशे की तरफ आकर्षित करते हैं।
- एक्सपेरिमेंट बढ़ाने की कोशिश में भी लोग नशे की तरफ जाते हैं।
- घर में किसी प्रकार की कलह होती है, तो लोगों के किसी नशे का सहारा लेने की आदत पड़ सकती है।
- खास मौके, जैसे कि फैमिली फंक्शन, फेस्टिवल, कोई खुशी का मौका आदि में कभी-कभी शराब लेने की बात करने वाले लोग धीरे-धीरे नशे के करीब आ सकते हैं।
नशे के खिलाफ सरकार द्वारा भी कोई सनकी मुंह चलाई आती है शांति स्कूलों में भी नशा छोड़ने के ऊपर कई शिक्षा विधि जाती है इसके साथ ही नशे के लिए बच्चों को स्कूल में निबंध भी लिखा ये जाता है आजमा को खेसारी नशा मुक्ति फल निबंध बताने जा रहे हैं जो कि भास्कर लोगों को काफी काम अतः
नशा मुक्ति पर निबंध (Essay)
नशा मुक्ति पर निबंध 100 शब्दों में
नशा आज हमारे समाज के लिए एक बहुत ही गंभीर समस्या बन चुका है। इसके कारण बहुत से युवाओं का जीवन बर्बाद हो रहा है। एक बार नशे की लत अगर किसी व्यक्ति को लग जाती है तो तब वह चाहते हुए भी इसे छोड़ नहीं पाता। ऐसे में व्यक्ति के सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन को नशे से बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है। नशा एक तरह का नहीं होता बल्कि कई तरह का होता है जैसे कि शराब, भांग, अफीम, बीयर, बीड़ी, सिगरेट, ड्रग्स इत्यादि।
पर सवाल यह है कि आखिर लोग नशा क्यों करते हैं? हर इंसान के नशा करने के पीछे अलग-अलग कारण होते हैं। कोई व्यक्ति शौकिया तौर पर नशा करता है तो कोई किसी दुख को भुलाने के लिए। लेकिन अगर नशीले पदार्थों की बिक्री पर अगर सरकार रोक लगा दे तो काफी हद तक इससे छुटकारा पाया जा सकता है। सरकार के साथ-साथ पूरे देश की जनता को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
नशा मुक्ति पर निबंध 150 शब्दों में
हर देश की तरक्की और उसका भविष्य उस देश के युवाओं के ऊपर निर्भर होता है। लेकिन यदि देश की युवा पीढ़ी नशा करने लगे तो ऐसे में उस देश को बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता। परंतु कुछ युवाओं को यह बात समझ में नहीं आती और वे नशे करने को बहुत अच्छा समझते हैं। यही वजह है कि आज ज्यादातर युवा गुटखा, सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू और शराब जैसे मादक पदार्थों से नशा करते हैं।
हालांकि हमारे देश की सरकार भी बहुत सारे नशा मुक्ति अभियान चला रही है पर फिर भी नशा करना बढ़ता ही जा रहा है। यही कारण है कि आज लोगों में कई प्रकार की भयानक बीमारियां जैसे कि मुंह का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर इत्यादि देखीं जा रहीं हैं। ऐसे में देश के लोगों को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए सभी लोगों को प्रयास करने चाहिए। लोगों को नशे से होने वाले नुकसानों के बारे में जानकारी देकर उनमें जागरूकता लानी होगी।
नशा मुक्ति पर निबंध 250 शब्दों में
किसी भी देश के लिए वहां के लोग यानी कि जनता बहुत महत्वपूर्ण होती है। पर अगर जनता गलत रास्ते पर चलने लगे तो ऐसे में वो देश फिर कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता। आज जिस तरह से हमारे देश भारत के कई युवा लोग नशे के आदी बन चुके हैं इससे उनका भविष्य अंधकार में जा रहा है। शराब, सिगरेट, बीड़ी, अफीम, हीरोइन जैसे नशीले पदार्थ व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देते हैं। नशीले पदार्थों का सेवन करने का मतलब है मौत को न्यौता देना।
नशे से होने वाले नुकसान
जो व्यक्ति नशा करता है समाज में कोई भी उसका सम्मान नहीं करता। नशे करने वाला इंसान नशा करने के बाद अपने परिवार के लोगों से लड़ाई झगड़ा करता है जिसकी वजह से घर का माहौल खराब होता है। इसके अलावा जो लोग नशा करते हैं उनकी जिंदगी में कभी भी खुशियां नहीं आ सकतीं और ना ही उनके पास पैसा रहता है। जब कोई इंसान नशे का आदी हो जाता है तो तब वह चोरी और दूसरे अवैध काम भी करने लगता है।
नशा मुक्ति के कुछ उपाय
नशे जैसी खतरनाक आदत को छुड़ाने के लिए एक नहीं अनेकों प्रयास करने होंगे जैसे कि –
लोगों को नशे के नुकसान बताने चाहिएं और उनमें जागरूकता लानी चाहिए।
सरकार द्वारा नशे के ऊपर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा देना चाहिए और अगर कभी कोई व्यक्ति नशा करता हुआ पकड़ा जाए या फिर नशीले पदार्थों को बेचते हुए पकड़ा जाए तो तब उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
लोगों को नशे की लत छुड़वाने के लिए सरकार ने बहुत सारे नशा मुक्ति केंद्र खोले हैं। इसलिए हम सब की यह जिम्मेदारी है कि अगर हमारे घर के आस-पास कोई व्यक्ति नशा करता है तो उसे नशा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और उसे नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के लिए भेजना चाहिए।
नशा मुक्ति पर निबंध 500 शब्दों में
आज हमारे देश में अधिकतर लोगों में नशे की आदत बढ़ती जा रही है। चिंता की बात यह है कि युवा वर्ग खासतौर से नशे की चपेट में आ रहा है। युवा लोगों को नशे की आदत इतनी ज्यादा लग गई है कि उन्हें नशे के अलावा कोई दूसरा काम सुझाई नहीं देता। यही वजह है कि भारत सरकान ने देश के नौजवानों को और व्यस्को को नशे से बचाने के लिए बहुत सारे प्रयास किए हैं। लेकिन सरकार अपने प्रयासों में तभी सफल होगी जब लोग भी इसमें अपना सहयोग देंगें।
नशा करने से होने वाले नुकसान
नशा करने के नुकसान एक नहीं बहुत सारे हैं जिनके बारे में जानकारी निम्नलिखित है –
नशा व्यक्ति के बाहरी और आंतरिक शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
नशा करने के बाद व्यक्ति सही गलत में फर्क नहीं कर पाता जिसकी वजह से वह कई बार अपने साथ-साथ दूसरे लोगों को भी नुकसान पहुंचा देता है।
जो लोग नशा करते हैं वो हमेशा अपने घर में झगड़े करते हैं। ऐसे में आपसी मनमुटाव और झगड़ों की वजह से कई बार लोगों का पारिवारिक जीवन नर्क बन जाता है।
नशे की वजह से व्यक्ति को कई प्रकार की बीमारियां लग जाती है और कई बार तो उसे अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ता है।
जो लोग नशा करते हैं उनकी समाज में कोई भी इज्जत नहीं करता और ऐसे लोगों को कहीं पर भी काम नहीं मिलता।