हिंदी निबंध लेखन Hindi Essay (Hindi Nibandh) | हिंदी विषयों पर निबंध लेखन PDF
हिंदी निबंध लेखन Hindi Essay (Hindi Nibandh) | हिंदी विषयों पर निबंध लेखन PDF
Hindi Essay: छात्र जीवन में निबंध लेखन की अति आवश्यकता होती है, कई तुम्हें की परीक्षाओं में हिंदी निबंध लेखन करवाया जाता है. निबंध लेखन के कई तरह के फायदे भी होते हैं, निबंध लेखन से किसी विषय से जुड़ी हुई जानकारी को सुव्यवस्थित रुप दिया जा सकता है और अपने विचारों और अपने अभिव्यक्ति का कौशल विकसित होता है. हिंदी में निबंध लिखने की गतिविधि से छात्रों की ज्ञान में भी विस्तार होते हुए देखा जा सकता है, शिक्षा के उद्देश्यों में से एक है हिंदी में निबंध लेखन या लेख लिखने से विषय में दृष्टि कोण विकसित होता है.
आज हम आपको हिंदी निबंध लेखन से संबंधित कई तरह की जानकारियां प्रदान करने वाले हैं, जिसके माध्यम से आप सही रूप से हिंदी लेखन कर सकते हैं.
हिंदी में निबंध की परिभाषा
निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति ही निबंध है।
निबंध के अंग कितने प्रकार के होते हैं?
किसी भी निबंध के कुछ भाग होते हैं, जिसे निबंध के अंग कहा जाता है ना किस प्रकार भाव पूर्ण ढंग से देख कर आप आकर्षण बना सकते हैं. उसे ही निबंध का अंग माना गया है, निबंध को मोटे तौर पर तीन भागों में विभाजित किया गया है जिसमें प्रस्तावना भूमिका विषय विस्तार आता है.
प्रस्तावना
प्रस्तावना के अंदर हिंदी निबंध के हिस्से मैं उसका परिचय कराया जाता है, निबंध में प्रस्तावना इसका बेहद अहम हिस्सा माना जाता है. इसे आपको अच्छी तरीके से लिखना आवश्यक होता है, जितनी अच्छी भूमिका आपकी होगी पाठकों को पढ़ने में भी उतनी रुचि निबंध में आती जाती है. प्रस्तावना छोटी और सटीक होनी चाहिए ताकि पाठक संपूर्ण हिंदी लेख पढ़ने को प्रेरित हो सकें.
विषय विस्तार
विषय विस्तार निबंध का यह मुख्य भाग होता है, इसमें विषय से संबंधित सभी तरह की जानकारियां विस्तारपूर्वक दी जाती है और इसमें सभी पहलुओं को विस्तार से बताया जाता है. हिंदी निबंध कि जिससे मैं अपने विचारों को सिलसिलेवार ढंग से लिखना होता है.
उपसंहार-
उपसंहार अंत में आता है, निबंध का यह अंतिम भाग होता है इसमें हिंदी निबंध के विषय पर अपने विचारों को शाह रखते हुए पाठक के सामने निष्कर्ष रखा जाता है और निबंध का समापन किया जाता है.
निबंध के प्रकार (Types of Essay)
वर्णनात्मक निबंध-
विचारात्मक निबंध-
भावात्मक निबंध-
वर्णनात्मक निबंधों में दर्जन नता होती है। वस्तुओं और दृश्यों के वर्णन को घटनाओं के विवरण से समझना चाहिए । घटनामों का विवरण विवरणात्मक निबंधों में होता है। दिए रात्मक निबंधों में विचार होते हैं; युक्ति प्रत्युक्ति देकर उनके आधार पर निष्कपं निकालने का प्रयत्न किया जाता है। भावात्मक निर्बंधों में प्रधानता होती है। इनमें बुद्धि की अपेक्षा हृदय को अधिक प्रभावित करने प्रयत्न किया जाता है ।
निबंध में उद्धरण का महत्व
जिस प्रकार बातचीत को आकर्षक और प्रभावी बनाने के लिए लोग मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविताओं आदि की मदद लेते हैं, ठीक उसी तरह निबंध को भी प्रभावी बनाने के लिए इनकी सहायता ली जानी चाहिए। उदाहरण के लिए मित्रता पर हिंदी में निबंध लिखते समय तुलसीदास जी की इन पंक्तियों की मदद ले सकते हैं –
जे न मित्र दुख होंहि दुखारी, तिन्हिं बिलोकत पातक भारी।
यानि कि जो व्यक्ति मित्र के दुख से दुखी नहीं होता है, उनको देखने से बड़ा पाप होता है।
हिंदी या मातृभाषा पर निबंध लिखते समय भारतेंदु हरिश्चंद्र की पंक्तियों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाएगा-
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।
प्रासंगिकता और अपने विवेक के अनुसार लेखक निबंधों में ऐसी सामग्री का उपयोग निबंध को प्रभावी बनाने के लिए कर सकते हैं। इनका भंडार तैयार करने के लिए जब कभी कोई पंक्ति या उद्धरण अच्छा लगे, तो एकत्रित करते रहें और समय-समय पर इनको दोहराते रहें।
उपरोक्त सभी प्रारूपों का उपयोग कर छात्रों के लिए हमने निम्नलिखित हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) तैयार किए हैं –