हिंदी कहानिया | प्रेरक कहानिया, Kahani Hindi PDF Books Download
हिंदी कहानिया | प्रेरक कहानिया, Kahani Hindi PDF Books Download
Kahani Hindi PDF : हिंदी कहानी एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा परिस्थितियों को अपने में लेकर उलझी हुई समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। हिंदी कहानी हमारे व्यक्तित्व को एक दर्पण होती है जो, हमें कई तरह से प्रेरित भी करती है। इनसे हम अपने कर्मों कीबोर्ड का पता लगा सकते हैं। माना की कहानी काल्पनिक होती है, पर कल्पना परिस्थितियों के द्वारा ही निर्मित होती है। कहानियों में पाठकों को लगाने एवं उन्हें बांधे रखने के लिए कई तरह के भाव को मिलाया जाता है, लेकिन अंत सदैव व्यवहारिक होता है यथार्थ से परिपूर्ण होता है।
हिंदी कहानी
हिंदी कहानी गध्य का रूप होते हैं, इसे उपन्यास का सूक्ष्म तम रूप माना जा सकता है, जिसमें पात्र होते हैं संवाद होता है लेकिन उपन्यास की तरह पल पर का विस्तार नहीं होता है। हिंदी कहानी एक रुप से उपन्यास का सारांश है।
हिंदी कहानियों के प्रारूप
हिंदी कहानियों के कई तरह के प्रारूप हो सकते हैं जिसमें देश भक्ति सूर्य दुख प्रेम नफरत जासूस आदि कहीं भाव शामिल होते हैं वह आमतौर पर शिक्षाप्रद कहानियां होती है जो कि थोड़ी छोटी होती है और प्रेरणादायक होती है
जासूसी कहानियाँ पाठको को लुभाती हैं। यह एक दर्पण की तरह उनका मार्गदर्शन करती हैं और वही कहानियाँ छोटे- छोटे बच्चों को सही गलत की पहचान कराती हैं।कहानियों के जरिये उन्हें नीति का ज्ञान होता हैं।उनमें संस्कारों की वृद्धि होती हैं। कहानियाँ इसलिए इतनी प्रभावशाली होती हैं क्यूंकि उनमें पात्र होते हैं,संवाद होते हैं, जो दिल और दिमाग में जगह बना लेते हैं जिन्हें व्यक्ति आसानी से स्वीकार कर लेता हैं, याद रख पता हैं। यही कारण हैं कि कहानियों को सर्वांगिक विकास के लिए सबसे सुन्दर विधा समझा जाता हैं।
हिंदी कहानीया
इस पेज पर आपको मिलेगा दुनिया की सबसे अच्छी प्रेरक कहानियों का सबसे बड़ा संग्रह मिला जाएगा। ऐसी हिंदी स्टोरीज जो मनोरंजन के साथ-साथ आपको बड़ी सीख देने का भी काम करती हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ये कहानियां आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला पाएंगी।
ये कहानियाँ विभिन्न लेखकों द्वारा बहुत ही सहज शब्दावली में लिखी गई हैं। सकारात्मक अंत, विचारशील निष्कर्ष और बच्चों की आँखों को सुन्दर सपने दे जाने की कामना इन कहानियों कि विशेषता हैं। आप इन कहानियों को नीचे दिये गये download लिंक पर क्लिक कर free में download कर सकते है
1- तुम्हारा Talent कोई नहीं चुरा सकता –
एक बार एक चिड़िया ने मधुमक्खी से पूछा कि तुम इतनी मेहनत से शहद बनाती हो और इंसान आकर उसे चुरा ले जाता है, तो तुम्हें बुरा नहीं लगता। तो इस पर मधुमक्खी ने बहुत ही सुंदर जवाब दिया:- इंसान मेरा शहद तो चुरा सकता है मग़र वो कभी मेरे शहद बनाने की कला नहीं चुरा सकता।
ये छोटी सी short hindi motivational story हमे सिखाती है की कोई भले कितना भी स्मार्ट क्यों ना हो वो सिर्फ आपके काम को कॉपी कर सकता है लेकिन कभी आपके टेलेंट को चुरा नहीं सकता। इसलिए किसी से धोखा खाने या नुकसान उठाने के बाद हार मत मानिए अपने हुनर के बल पर फिर से कोशिश कीजिए। और ये बात हमेशा याद रखिये की दूसरों को कॉपी करने से पहले एक बार खुद से ये जरूर पूछें की क्या आप उस काम में सच में बेहतर हैं।
क्यों की कई बार ऐसा होता है की हम दूसरों को कॉपी करने के चक्कर में अपना खुद का टैलेंट बर्बाद कर देते हैं और फिर ना ही हम वो रह पाते हैं जो हम असल में होते हैं और ना ही उस तरह का बन पाते हैं जिसे हमने अपना टैलेंट समझ के कॉपी किया होता है।
2- तुम्हें किससे प्यार है –
एक बार एक व्यक्ति अपनी नयी कार को बड़े प्यार से पॉलिश करके उसे चमका रहा था। तभी उसकी 4 साल की बेटी पत्थर से कार पर कुछ लिखने लगी। कार पर खरोंच देखकर पिता को इतना गुस्सा आया कि उसने बेटी के हाथ में जोर से डंडा मार दिया जिसकी वजह से बच्ची की ऊँगली टूट गयी। हॉस्पिटल से आने के बाद बेटी पूछती है, “डैड मेरी उंगलियां कब ठीक होंगी?
गलती पर पछता रहा पिता कोई जवाब नहीं दे पाता। वह वापस जाता है और कार पर जोर जोर से मारकर अपना गुस्सा निकालता है। कुछ देर बाद उसकी नजर उस खरोंच पर पड़ती है जो उसकी बेटी ने लगाया था और जिस पर लिखा था- आई लव यू डैड.
ये कहानी हमे सिखाती है की गुस्से और प्यार की कोई सीमा नहीं होती। याद रखें कि चीजें इस्तेमाल के लिए होती हैं और इंसान प्यार करने के लिए। लेकिन आज हम लोगों की सोच इतनी छोटी हो गयी है की हम चीजों से प्यार और लोगों को इस्तेमाल करने लगे हैं। याद रखें टूटी हुई चीज़ को फिर से जोड़ा जा सकता है लेकिन टूटे हुवे रिश्ते बहुत मुश्किल से जुड़ते हैं।
3- एक पिता और चार बेटों की कहानी
रामधर के चार बेटे थे। चारो का विवाह हो चुका था। रामधर के पास बहुत सी जमीन-जायदाद थी तो जायदाद का बटवारे करने के लिए चारो भाइयों ने पंचायत बुलाई।
सरपंच बोला : रामधर जी आपके चारो बेटे चाहते है कि आपके जायदाद के चार हिस्से कर दिए जाए। और आप तीन तीन महीने हर एक बेटे के पास रहेंगे। क्या आप अपने बच्चों की इन बातो से सहमत हैं…?
तो इस पर बड़ा बेटा बोला :- अरे सरपंच जी इसमे पिताजी से क्या पूछना। हम चारो भाई उन्हें तीन-तीन महिने एक साथ रखने के लिए तैयार है। बस अब आप इस जायदाद का बराबर बंटवारा हम चारों में कर दीजिये।
रामधर ये सब सुन रहे थे और वो अचानक उठे और बोले – सुनो सरपंच….ये सब कुछ मेरा है तो फैसला तुम नही मैं करूंगा। और मेरा फैसला ये है कि, ‘इन चारो को मै बारी बारी से अपने घर में तीन-तीन महीने साथ रखूंगा। बांकी का समय ये कैसे गुजारेंगे ये अपनी व्यवस्था खुद कर ले, क्योंकि Ye जायदाद मेरी है।’
पिता का फैसला सुन पंचायत और चारो बेटो का मुह खुला का खुला रह गया
इस कहानी से मिलने वाली प्रेरणादायक सीख:
ये छोटी सी मोटिवेशनल कहानी हमे सिखाती है की फैसला औलाद को नहीं हमेशा माँ बाप को करना चाहिए। माँ बाप, हर चीज़ अपने बच्चों की खुशियों के लिए करते हैं लेकिन आज की पीड़ी कुछ ऐसी हो चुकी है जो पैसों और जायदाद के चक्कर में अपने माँ बाप को ही छोड़ देते हैं।
ऐसी औलाद जो जायदाद और पैसों के लिए माँ बाप का ही बंटवारा करदे वो औलाद सिर्फ एक बोझ होती है। माँ बाप हमेशा ये सोचते हैं की हमारी औलाद हमारे साथ रहे, लेकिन उनकी औलाद ये सोचती है वो अपने परिवार के साथ अलग रहे। जो माँ बाप सारी जिंदगी हमारे लिए कुछ करने में गुजार देते हैं और उन्ही माँ बाप को खुद से अलग करने सोचते हैं।
दोस्तों पैसा या जायदाद कभी भी माँ बाप से बड़ी नहीं होती इसलिए अपने पेरेंट्स के साथ रहें। हमेशा कोशिश ये करें की कभी ऐसी situation ना आये की आपको अपने माँ बाप का बंटवारा करना पड़े। मिलकर रहना ही परिवार की ताकत होती है और इस ताकत को कभी कमजोर ना होने दें।
हिंदी कहानिया Download PDF
Download PDF Link