Motivational Story for Students

Motivational Story for Students in Hindi, ये कहानियाँ आपको सफल बना सकती है

Motivational Story for Students in Hindi, ये कहानियाँ आपको सफल बना सकती है

Motivational Story for Students in Hindi:आज के वर्तमान समय में हर कोई नहीं चाहता है कि, वह अपने जीवन में सफलता को प्राप्त करें और सफल होने का प्रयास करने के लिए वह काफी मेहनत भी करता है, लेकिन कई बार व्यक्ति अपने जीवन से निराश हो जाता है और वह असफल होने के कारण आत्महत्या तक करने की भी सोच लेता है।

Motivational Story for Students

Motivational Story for Students

लेकिन यदि आप जीवन से जुड़ी हुई कुछ मोटिवेशनल स्टोरीज पढ़ते ही तो उसमें आपको काफी फायदा से मिलता है और आपको जीवन में एक नई चेतना और जागृति मिलती है। अगर आपकी सफलता की सीढ़ी का पहला कदम जुड़ना चाहते हैं तो, आपको भी मोटिवेशनल स्टोरीज को पढ़ना चाहिए कई बार छात्र जीवन में स्टूडेंट निराश होते हुए देखे गए, जिसकी वजह से वह लगातार डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। उनके लिए मोटिवेशनल स्टोरीज काफी मायने रखती है।

यदि आप अपने जीवन में मोटिवेशनल स्टोरीज पढ़ना चाहते हैं तो, आप उन्हें जरूर पढ़ें और उन्हें अपने जीवन में उपयोग भी करें मोटिवेशनल स्टोरीज आपको आगे बढ़ने में और आपके अंतर्मन को मजबूत स्थिति प्रदान करने में काफी अहमियत रखती है। मोटिवेशनल स्टोरी पढ़ने से आपको दूसरों की गलतियों का पता चलता है, ताकि आप अपने जीवन में आने वाले समय में उसी तरह की गलतियां ना करें।

सबसे बेहतर प्रेरणादायक कहानियां कौन सी है

सभी के जीवन में प्रेरणादायक कहानियों का अलग-अलग महत्व होता है। यदि प्रेरणादायक कहानी को भी छात्र पड़ रहा है तो, उसके लिए सबसे बेहतर पंचतंत्र की कहानियां होती है। वह उसके जीवन में काफी प्रेरणा देती है। वहीं यदि आप चतुर कहानी को पढ़ना प्रश्न करते हैं तो, आपके लिए अकबर और बीरबल की कहानियां सबसे बेहतर मानी जाती है। वही आदि आप रहस्य को समझना चाहते हैं तो, विक्रम और बेताल की कहानियां प्रेरणादायक होती है। कुछ ऐसी ही कहीं और भी कहानियां है, जो आप आज बचपन से सुनते और पढ़ते चले आ रहे हैं जो कि मैं जीवन में काफी प्रेरणा देती है, उनमें से कुछ है तेनाली रामा, मुल्ला नसरुदीन की कहानियां डरावनी कहानी और शेखचिल्ली की कहानियां। इस तरह की कहीं दुनिया भर की कहानियां आपको मिल जाएंगे जो कि आप को प्रेरणा देने का कार्य करती है

मोटिवेशनल स्टोरी पढ़ने के फायदे

यदि आप मोटिवेशनल स्टोरीज पढ़ते है, तो आपको इसे सबसे ज्यादा फायदा आपको आपकी मानसिकता बदलने में मिलता है। आपको एक तरीके से एनर्जी प्रदान करता ,है जिससे कि व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। यदि आप किसी बात को लेकर उदास होते हैं या फिर कोई समस्या आपके सामने ही और आप उसे परेशान तब आपको सबसे ज्यादा इस तरह की स्टोरी पढ़ने की आवश्यकता होती है।

यह कहानियां एक ऐसे दोस्त की जरूरत को पूरा करती है जो, बिना किसी स्वार्थ के आपकी उदासी को दूर करने में आपकी मदद करता है। इस तरह की कहानियां आपको जीवन की हर समस्या से लड़ने की ताकत देती है। इसके साथ ही आपको समस्याओं से बाहर निकलने में हिम्मत पर प्रदान करती है।

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यदि आप अपने जीवन में इस तरह की कहानियों को पढ़ते ही तो आप आत्मविश्वास से भर जाएंगे, जिसकी वजह से आप अपने कार्यों को सही तरीके से कर पाते हैं और सफलता की सीढ़ी चढ़ते जाते हैं। ऐसे में किसी अच्छी मोटिवेशनल स्टोरीज की कुछ लाइनें भी आपके अंदर प्रेरणा का संचार कर देती है और यह फिर से व्यक्ति को कॉन्फिडेंट पर्सन के रूप में बदल देती है। प्रेरणादायक कहानियां आपके जीवन में एक शिक्षक की भूमिका भी निभाती है जो कि, शिक्षक भी नहीं सिखा सकता है, वह कभी-कभी सर की मोटिवेशनल स्टोरीज आपको सिखा जाती है।

Motivational Story for Students in Hindi

एक अनमोल सीख

Short Motivational Story In Hindi – एक बार एक वैज्ञानिक ने एक टिड्डे तो पकड़ा और उसे अपनी आवाज पर छलांग लगाना सिखाया। वैज्ञानिक टिड्डे से कहता कूदो टिड्डा उसके आवाज सुनते ही जोर से छलांग लगा देता। अब वह वैज्ञानिक था तो प्रयोग करना बनता ही था उन्होंने टिड्डे की छलांग पर प्रयोग किया।

वैज्ञानिक ने उसकी एक टांग तोड़ दी और फिर बोला कूदो अब टिड्डे की छलांग की दुरी कम हो गयी। वैज्ञानिक ने उसकी दूसरी टांग तोड़ दी और फिर बोला कूदो टिड्डे की छलांग और कम हो गयी। अब तोड़ी गयी उसकी तीसरी टांग फिर छलांग की दुरी और कम हो गयी।

एक-एक करके बेचारे टिड्डे की सारी टांगे तोड़ दी गयी। अब आखरी टांग टूटने पर जब उससे कहा गया कूदो तो वह हिल भी नहीं पाया। अब वैज्ञानिक ने अपना निष्कर्ष अपनी डायरी में लिखा, जानते हो उसने क्या लिखा।

जब टिड्डे की एक टांग तोड़ी गयी तो वह थोड़ा बहरा हो गया। जब उसकी दूसरी टांग तोड़ी गयी तो वो और बहरा हो गया। हर टांग टूटने के साथ वो और बहरा और बहरा होता गया। और सारी टांग टूटने के बाद वह बिलकुल बहरा हो गया अब जोर-जोर से चिल्लाने का भी उसपर कोई असर नहीं हुआ। वो तो अपनी जगह से हिला तक नहीं छलांग लगाना तो दूर की बात थी।

इस कहानी को सुनकर सभी को ऐसा ही लग रहा है ना की क्या मुर्ख वैज्ञानिक था इतनी सीधी सी बात उसे समझ में नहीं आयी। या कुछ लोग ये भी सोच रहे होंगे की ये तो किसी बच्चे को भी पता है की टिड्डे की छलांग उसके टांग टूटने की वजह से कम होती जा रही थी ना की वह बहरा हो गया था।

दोस्तों हम सभी जीवन में कई बार ऐसे ही मुर्ख बन जाते है कई बार जीवन में दो घटनाये एक साथ ऐसे घटती है की उनका एक दूसरे से कोई सम्बन्ध होता ही नहीं फिर भी ऐसा लगता है की गहरा सम्बन्ध है। कभी कभी दीखता कुछ और है लेकिन समझ कुछ और आता है और वास्तव में होता कुछ और है।

इसीलिए अगर पछताना नहीं है तो जीवन में जल्दवाजी में कोई निर्णय ना ले हमेशा समझबुझ का इस्तेमाल करे, सावधानी बरते नतीजे सोच विचार कर ही निकाले। दोस्तों आपको Motivation Ki Aag पर ये छोटी-छोटी कहानिया और सिख कैसी लग रही है।

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आप अपना लक्ष्य कैसे पाए

Short Inspirational Story In Hindi – एक बार स्वामी जी अपने आश्रम में एक छोटे पालतू कुत्ते के साथ टहल रहे थे। तभी अचानक एक युवक उनके आश्रम में आया और उनके पैरो में झुक गया और कहने लगा – “स्वामीजी मैं अपनी जिंदगी से बड़ा परेशान हूँ। मैं प्रतिदिन पुरुषार्थ करता हूँ लेकिन आज तक मैं सफलता प्राप्त नहीं कर पाया। पता नहीं ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है, जो इतना पढ़ा-लिखा होने के बावजूद भी मैं नाकामयाब हूँ।

युवक की परेशानी को विवेकानंद जी तुरंत समझ गए। उन्होंने युवक से कहा – ” भाई! थोड़ा मेरे इस कुत्ते को कही दूर तक सैर करा दो। उसके बाद मैं तुम्हारे प्रश्नो का उत्तर दूंगा। उनकी इस बात पर युवक को थोड़ा अजीब लगा लेकिन दोबारा उसने कोई प्रश्न नहीं किया और कुत्ते को दौड़ाते हुए आगे निकल पड़ा।

बहुत देर तक कुत्ते को सैर कराने के बाद जब युवक आश्रम में पंहुचा तो उन्होंने देखा की युवक के चेहरे पर अभी भी तेज है लेकिन वह छोटा कुत्ता थकान से जोर-जोर से हांफ रहा था। इस पर स्वामी जी ने पूछा – क्यों भाई मेरा कुत्ता इतना कैसे थक गया? तुम तो बड़े शांत दिख रहे हो। क्या तुम्हे थकावट नहीं हुयी?

युवक बोला – ‘ स्वामी जी मैं तो धीरे-धीरे आराम से चल रहा था लेकिन यही बड़ा अशांत था। रास्ते में मिलने वाले सारे जानवरो के आगे-पीछे दौड़ रहा था। इसीलिए एक जैसी दूरी तय करने के बावजूद भी यह इतना थक गया।

तब विवेकानंद जी ने कहा – ‘भाई, तुम्हारे प्रश्नो का उत्तर भी तो यही है। तुम्हारा लक्ष्य तुम्हारे अगल-बगल है। वो तुमसे कही दूर थोड़ी है परन्तु तुम अपने लक्ष्य का पीछा छोड़ करके अन्य लोगो के आगे पीछे दौड़ते रहते हो और इस तरह तुम जिस चीज़ को पाना चाहते हो उससे दूर चले जाते हो। युवक उत्तर से संतुष्ट हो गया और अपनी गलती को सुधारने में लग गया।

दोस्तों, क्या आपको नहीं लगता आज हम भी इसी कहानी के कुत्ते के समान दुसरो को फॉलो करने में लगे हुए है अगर आपका मित्र डॉक्टर है तो आप भी वही बनना चाहते है। भले ही उसमे आपकी कोई रूचि हो या नहीं। ऐसा करके हम अपनी प्रतिभा को खो बैठते है और जिंदगी भर संघर्ष करते रहते है। इसलिए दोस्तों दुसरो को फॉलो ना करे। अपना लक्ष्य खुद बनाये और उसके पीछे पुरे लगन से लग जाये।

 

अगर आप आलसी हो गए है

Powerful Short Motivational Story – एक व्यापारी व्यापर करने के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाता था बिच में रेगिस्तान का कुछ इलाका पड़ता था। वह आदमी एक Negative सोच वाला इंसान था हमेशा शिकायत करता रहता था की मेरे पास ये नहीं है वो नहीं है इसकी कमी है उसकी कमी है।

एक दिन वह रेगिस्तान में से गुजर रहा था तभी उसकी पानी की बोतल खाली हो जाती है उसे बड़ी जोर की प्यास लगती है लेकिन रेगिस्तान में पानी ना मिलने की वजह से उसे बहुत गुस्सा आता है और बोलता है की कितना ख़राब जगह है ना कोई पेड़ ना पानी रास्ता भी लम्बा है रेगिस्तान पार करना पड़ता है।

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तभी आसमान की तरफ देख करके कहता है की भगवान ये कैसा जगह बना दी है आप ने। अगर मेरे पास में बहुत सारा पानी होता बहुत सारे संसाधन होते तो इस जगह पर हरियाली कर देता बहुत सारा पेड़ लगा देता। वह आदमी ऊपर देखकर ये सब बाते कह रहा होता है और ऐसा लग रहा था की जैसे ऊपर वाले से जवाब का प्रतीक्षा कर रहा हो की भगवान कुछ कह दे।

अब चमत्कार ये हुआ की वह जैसे ही निचे देखा उसे अपने आँखों के सामने एक कुआ दिखाई दिया वह पूरी तरह से घबड़ा गया क्योकि उसने कभी भी उस रेगिस्तान में कुआ नहीं देखा था।

वह कुए के पास पंहुचा और देखा की कुआ पूरी तरह पानी से भरा हुआ है परन्तु वह आदमी Negative सोच वाला था और हमेशा शिकायत करता रहता था और फिर से आसमान की तरफ देखते हुए बोला भगवान पानी से भरा हुआ कुआ तो दे दिया लेकिन पानी निकलूंगा कैसे। तो इस बार जब वह निचे देखा तो फिर से चमत्कार हुआ उसे कुए के पास रस्सी और बाल्टी दिखाई दी लेकिन आदमी फिर से ऊपर देखा और बोला भगवान अब इस पानी को ले जाऊंगा कैसे।

तभी उसको अहसास हुआ जैसे उसके पीछे कोई है वह पीछे मुड़कर देखा तो एक ऊंट खड़ा हुआ होता है वह पूरी तरह से घबड़ा गया सोचने लगा की ये तो सच में होने लग रहा है मै बातो बातो में कह तो दिया अब मुझे यहाँ हरियाली करनी पड़ेगी और पेड़ लगाने की जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।

आदमी को पानी से भरा हुआ कुआ मिल गया, बाल्टी और रस्सी मिल गयी, पानी को ले जाने के लिए ऊंट भी मिल गया सब कुछ मिल गया। अब वह आदमी सोच रहा था की ये मै बातो बातो में क्या बोल दिया ये तो गड़बड़ हो गया। अब वह तेजी से दौड़कर भागने लगा। वह भाग रहा था उस जिम्मेदारी से बच रहा था तभी एक कागज उड़ते हुए आया और इसके सरीर से चिपक गया।

उसने जब उस कागज को देखा तो उसपर लिखा हुआ था की मैंने तुम्हे पानी दिया, कुआ दिया, रस्सी और बाल्टी दिया, पानी को ले जाने के लिए साधन दिया फिर भी क्यों बचकर भाग रहे हो। उस आदमी को लगा की मेरे साथ पता नहीं क्या हो रहा है। वह दौड़ते-दौड़ते रेगिस्तान को पार कर लिया लेकिन उस रेगिस्तान को हरा भरा नहीं बनाया।

यह कहानी हमें सिखाती है की हम में से बहुत सारे लोग ये कहते है की बड़े स्कूल में पढ़ लिया होता या बड़े कॉलेज में चला गया होता तो ये कर लेता, अगर मेरे पास बहुत सारा पैसा होता तो ये कर लेता, मेरा बॉस मेरा साथ नहीं देता है नहीं तो मै पता नहीं क्या कर देता। हम हमेशा शिकायते ढूढ़ा करते है, अपनी जिम्मेदारी से बचकर भाग रहे होते है। ये कहानी हमें सिखाती है की लाइफ में हम जो कुछ भी कर रहे है 100 % जिम्मेदारी हमारी है की उस काम को बिना किसी शिकायत के पूरा करे तो दुसरो पर दोष देना उनकी गलतिया बताना बंद कीजिये अपनी गलतियों को सुधारना सुरु कीजिये।

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