पेड़ हमारे सच्चे मित्र निबंध Trees Our Best Friend In Hindi
पेड़ हमारे सच्चे मित्र निबंध Trees Our Best Friend In Hindi
Trees Our True Friends Essay: हम सभी जानते हैं कि, हमारे जीवन में पेड़ों का कितना महत्व होता है पेड़ों की मदद से ही आज हम सांस ले पाते हैं और हमें भरपुरा ऑक्सीजन मिलता है. यदि पेड़ नहीं होते मैं तो हम जीवित भी नहीं रह पाते वर्ष हमारे पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखने के साथ-साथ हमारे मित्र भी होते क्योंकि सच्चा मित्र ही एक मित्र तक का भाव निस्वार्थ रूप से निभाता है. वैसे ही पेड़-पौधे भी निस्वार्थ रूप से हमको ऑक्सीजन फल लकड़ी आदि प्रदान करते हैं.
पेड़ का महत्व
इसी के साथ ही पर्यावरण को बचाए रखना भी हम सभी के हाथों में होता है. इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण की रक्षा करते आना चाहिए और हमें हमेशा हमारे जीवन में हो सके तो ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए. क्योंकि यदि जीवन वृक्ष नहीं होंगे तो, वृक्ष के कारण समय पर वर्षा नही होगी और सब कुछ अस्त व्यस्त हो जाएगा.
आज की बिगड़ते हालत के लिए मुख्य रूप से हम सभी जिम्मेदार हैं। अंधाधुंध हरे-भरे पेड़ों की कटाई से पर्यावरण पूरी तरह से दूषित हो गया है, जिसका दुष्परिणाम देखने को भी मिल रहा है। एक वृक्ष लगाना कई संतानों के बराबर होता है। पौधों का संरक्षण करना हम सब का नैतिक दायित्व है। हम सभी जब इस कार्य में लगेंगे तो सरकार की मंशा के अनुरूप पौधारोपण के परिणाम मिलेंगे। बगैर पेड़ पौधों के वर्षा कम होती है। हमें पूरी निष्ठा और इमानदारी के साथ पौधारोपण कर उन्हें वृक्ष बनाने तक ध्यान रखना होगा।
हमारी प्रकृति में पेड़ सबसे बड़े परोपकारी हैं वे हमारे लिए अपना सब कुछ निस्वार्थ ही दान कर देते हैं. पेड़ हमें प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान कर जीवन प्रदान करते ही हैं, साथ ही हरे भरे पेड़ वर्षा में ही सहायक हैं. घने जंगल बाढ़ आदि को रोकने तथा मिट्टी के कटाव को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं.
आज स्कूल और कॉलेजों में कहीं बाहर पेड़ पौधों के ऊपर निबंध पूछे जाते हैं और कई बार व्याख्यान दिए जाते हैं. वह आज हम आपको पेड़ हमारे मित्र होते हैं. उसके ऊपर हम आपको कुछ निबंध बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप पढ़ सकते हैं. साथ ही आप यदि छात्र हैं तो आप ही ने अपने परीक्षाओं में भी लिख सकते हैं.
पेड़ हमारे सच्चे मित्र निबंध
मानव का पेड़ पौधों के साथ अटूट रिश्ता रहा हैं। भारतीय संस्कृति में प्रकृति के अन्य चीजों की तरह पेड़ों की पूजा भी की जाती हैं। बरगद, तुलसी, नीम, खेजड़ी, पीपल जैसे पेड़ों में देवों का वास माना गया है। हम पेड़ों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हमारी प्रकृति में पेड़ सबसे बड़े परोपकारी हैं वे हमारे लिए अपना सब कुछ निस्वार्थ ही दान कर देते हैं। हमारे जीवन में पेड़ों का बहुत महत्व है।
पेड़ धरतीमाता के प्यारे बेटे हैं। पेड़ों से हमें तरह तरह के फल मिलते हैं। फल खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। पेड़ों के फूलों से खुशबू मिलती है। गरमी में पेड़ों की छाया बहुत सुखद होती है। पेड़ हमें प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान कर जीवन प्रदान करते ही हैं, साथ ही हरे भरे पेड़ वर्षा में ही सहायक हैं। घने जंगल बाढ़ आदि को रोकने तथा मिट्टी के कटाव को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं।
पेड़ अन्य कामों में भी आते हैं। पेड़ों से हमें लकड़ी मिलती है लकड़ी से छत, दरवाजे, खिड़कियाँ, कुर्सी, मेज आदि चीजें बनती हैं। कई पेड़ों की जड़, छाल और पत्तियों से दवाइयाँ बनती हैं। पेड़ पौधे वातावरण को स्वच्छ बनाने तथा संतुलन बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारे द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को अपनी श्वसन क्रिया में उपयोग कर बदले में ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।
पेड़ों के कई लाभ हैं ये हमें फल फूल यूँ ही उपहार में देते हैं। वृक्षों का सामूहिक नाम वन या जंगल हैं। प्रकृति ने मनुष्य को अपार वन सम्पदा की अमूल्य भेट दी हैं। हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में वृक्षों की महत्वपूर्ण उपस्थिति हैं। वृक्षों से हमें अनेक लाभ हैं।
वृक्ष हमें सुंदर प्राकृतिक दृश्यों का स्रजन करते हैं। मन की प्रसन्नता और शांति प्रदान करते हैं। वृक्षों से हमें अनेक प्रकार के लाभदायक और आवश्यक पदार्थ प्राप्त होते हैं। ईधन, चारा, फल, फूल, औषधियाँ आदि अनेक वस्तुएं हैं। अनेक उद्योग वृक्षों पर आश्रित हैं। फर्निचर उद्योग, भवन निर्माण उद्योग, खाद्य पदार्थ, तेल मसाले, अनाज आदि से सम्बन्धित उद्योग, औषधि उद्योग वृक्षों पर ही निर्भर हैं। वृक्ष पर्यावरण को शुद्ध करते हैं। बाढ़ों को रोकते हैं। वर्षा को आकर्षित करते हैं। उपयोगी मिटटी के क्षरण को रोकते हैं।
सचमुच, पेड़ हमारे सच्चे मित्र हैं। हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए। ऐसे निष्कपट, परोपकारी सच्चे मित्रों का विकास करना हमारा नैतिक ही नहीं लाभप्रद दायित्व भी हैं। यदपि प्रकृति स्वयं वृक्षों का विकास करती हैं। किन्तु आज के उद्योग प्रधान और सुख साधनों पर केन्द्रित मानव जीवन ने वृक्षों के विनाश में ही अधिक योगदान किया हैं। मानव समाज का विकास वृक्षों के विकास का शत्रु सा बन गया हैं। अतः हमें वृक्षों के विकास और संरक्षण पर अधिक ध्यान देना चाहिए।